12 September 2009

ब्यूरो चीफ ने काटी थाने में रात , मामले भी थे पूरे सात

news one channel के नाम से कई महीने तक अपने ही स्टाफ को झांसा देने वाला ब्यूरो चीफ आख़िर पुलिस के हत्थे चढ़ ही गया। शहर की कई युवतियों और युवकों को नौकरी पर रखकर तीन महीने तक उन्हें तनख्वाह के लिए घुमाने वाला news one channel का ब्यूरो चीफ कमलेश बहुखंडी अब पुलिस की हिरासत में है। एक ४२० के मामले में मौदहापारा पुलिस ने परसों उसे गिरफ्तार किया था। कमलेश ने अपना मुचलका करवा लिया और घर लौटने की तैय्यारी में था तभी वायरलेस सेट पर चली एक सूचना ने उसे फिर मुश्किल में डाल दिया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी की चौकसी के कारण सिविल लाइंस पुलिस ने उसे फिर हिरासत में ले लिया।
गश्त पर निकले पुलिस दल ने उसे उठा लिया। कई दिनों से वारंट लेकर घूम रही पुलिस को आख़िर कमलेश मिल ही गया। सिविल लाइंस पुलिस के इलाके में ही कमलेश ने एक ऑफिस ले रखा था। पुलिस जब भी दफ्तर जाती। कमलेश का गार्ड पुलिस को बैरंग लौटा देता। पुलिस पहले इस बात को लेकर परेशान थी की कमलेश एक पत्रकार है और पत्रकार की गिरफ्तारी से बवाल खड़ा न हो जाए।
news one के कर्मचारी भी प्रेस क्लब के चक्कर काटने लगे थे। प्रेस क्लब के अध्यक्ष श्री अनिल पुसदकर को मैंने पूरे मामले की जानकारी दी तब कहीं जाकर सभी कर्मियों ने थानों में रिपोर्ट लिखवाने का फैसला लिया। मैंने भी दो तीन बार कमलेश से मोबाइल पर बात करके मामले को आपस में बैठकर सुलझाने की सलाह दी थी। इसी बीच पता चला की कमलेश जिस किराए की कार में चलता है, उसका भी कोई फड्डा है। कार का मालिक तो सीधा था लेकिन जिन लोगों के सामने उसने अपना दुखडा रोया वो लोग प्रभावशाली निकल गए। इसी दौरान एक और ४२० के मामले में उसकी गिरफ्तारी हो गयी और पुलिस को थाने में ही बैठकर उसके वारंट की तामीली का इंतज़ार नहीं करना पड़ा। अलग अलग थानों में हुई रिपोर्ट के कारण चौथे स्तंभ का मज़ाक उडाने उत्तराखंड से छत्तीसगढ़ आए कमलेश को हथकडी पहननी पड़ गयी। रात को उसने थाने में कई बहाने बनाये ताकि उसे अस्पताल में दाखिल कर दिया जाए। कमलेश भूल गया था की बाहर हम लोग उसकी खातिरदारी के लिए खड़े हैं और लूटपाट के बाद सबको ये दिन देखना ही पड़ता है। मुझे लगता है की चौथे स्तम्भ का मखौल उडाने वालों के लिए अब सज़ा का वक्त आ गया है। हितवाद में कुछ समय काम करके दुकानदारी नहीं चलायी जा सकती। पत्रकारिता एक मिशन है और इसका दोहन करने वाले शनैः शनैः निपटेंगे ही। आप भी अगर ऐसे लोगों को जानते हैं तो मुझे सूचित करें । सब मिलकर गन्दगी मिटायेंगे। ऐसी मछलियों को अब बाहर का रास्ता दिखाना ही पड़ेगा, जो तालाब पर बुरी नज़र बनाये हुए है।

4 comments:

  1. Apney bilkul dhik likha hai ese hi logo ke karan patrkaro par se logo ka visvas uth gaya hai'aur patrkarita ke naam par es tarah ki ghatnao ko dekhtey hue sahi log freelancer banke rah jatry hai..............

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  2. जिन्‍दाबाद !, भाई जिन्‍दाबाद !

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  3. जो मछली तालाब गन्दा करे उसे तालाब से बाहर निकालना ही बेहतर है बस यह ध्यान रहे कि गलत फहमी मे कही छोटी मछली बड़ी का शिकार तो नही बन रही । रायपुर की पत्रकार बिरादरी को बधाई ।-शरद कोकास दुर्ग, छ. ग.

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  4. Mujhe nahi lagta ki sirf kamlesh ko hawalat me raat katni thi. Mujhe to isme sara dosh Channel news one ka bhi lag raha hai. Abhi to yeh sirf News1 k beuro k sath hua hai aage aage dekhte hain ki or kin kin news channel ke beuro chiefs 420 me ander hote hain.......

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