07 July 2010

एड्स का खतरा छत्तीसगढ़ी फिल्मों में भी...

 खिर वही हुआ, जिसका डर था. छत्तीसगढ़ी फिल्मों से जुड़े एक निर्माता को एड्स हो ही गया. इस निर्माता के घर वालों ने अपनी संतुष्टि के लिए कई और पैथोलोजी लैब में परीक्षण करवाया. अफ़सोस की बात ये रही की सभी जगह उनका एच . आई. वी. पाजीटिव ही निकला .अब इस निर्माता से जुड़े लोग इस बात का पता लगाने जुटे हैं की ये बीमारी आखिर यहाँ आयी कैसे? इसी डर से उस निर्माता को अब तक इसकी जानकारी भी नहीं दी गयी है.


अब सवाल ये खड़े हो रहे हैं की मुंबई से आने के एक हफ्ते बाद अचानक इस निर्माता की तबियत क्यों खराब हुई. एक समारोह के बाद जब उनकी तबियत कुछ ज्यादा बिगड़ी तो घर वालों ने चिकित्सकीय सलाह ली और तुरंत उनकी रक्त जांच करवाई गयी. जब एक प्रतिष्ठित लैब ने उन्हें एच आई. वी. की पुष्टि की तो घर वाले दहल गये. आनन् फानन में कई और लैब में उनका रक्त जंचवाया गया. सभी ने एक सुर में इस निर्माता को एड्स रोगी करार दिया. घर वाले समझ नहीं पा रहे हैं की इस बीमारी ने उनके शरीर में जगह कहाँ बनाई. मुंबई में या रायपुर में? इस चक्कर में निर्माता के आसपास रहने वाले उन नायिकाओं पर संदेह कर रहे हैं, जिनके संपर्क में ये निर्माता रायपुर और मुंबई में संपर्क में रहा. घर वाले चाहते हैं की यदि इस बात की पुष्टि जल्द से जल्द हो जाये तो उन नायिकाओं को छोलिवूड से दूर रखा जाये. जब मुझे इस बात की जानकारी लगी तो मैंने खुद इस निर्माता से जुड़े लोगों से बात की. 


घर वालों के साथ सबसे बड़ी दिक्कत ये है की ना तो ये बात वो लोग हजम कर पा रहे हैं ना उलटी कर पा रहे हैं. शैलेन्द्र नगर के आसपास भी फिल्मों के निर्माण को लेकर काफी नायिकाओं का आना जाना लगा रहता है. आसपास के कई फार्म हाउस और कुछ प्रतिष्ठित होटल में भी नायिकाओं को ठहराया जाता है. अब निर्माता के घर वालों को हर नायिका पर संदेह हो रहा है. इसमें ज्यादा संदेह उन नायिकाओं पर किया जा रहा है, जो स्ट्रगल करने मुंबई गयीं और वापस रायपुर में आकर काम कर रही हैं. काम की तलाश और आस में निर्माताओं के चक्कर लगाने कुछ संदिग्ध छत्तीसगढ़ी  नायिकाएँ भी संदेह के दायरे में हैं.  अब घर वालों की चिंता ये है की इतनी बड़ी बात छुपायें तो छुपायें कैसे? 


जो होना था वो हो चुका है. अब घर वाले गुपचुप तरीके से इस निर्माता के उपचार की विधियाँ ढूंढ रहे हैं. ईश्वर उनका साथ दे बाकी लोग जो असुरक्षित यौन सम्बन्ध बनाने में जुटे हैं उन्हें अब अपनी ये आदत बदलनी ही होगी. दूसरी पारी में जब छत्तीसगढ़ी फ़िल्में एक नया आयाम छूने की कोशिश कर रहीं हैं, ऐसे में एक गंभीर और ला इलाज बीमारी का पदार्पण एक दुःख भरी खबर है. एक तरह से छत्तीसगढ़ी फिल्म से जुड़े लोग सकते में हैं. संदेह का ठीकरा उन हीरोइनों पर भी फूट सकता है, जिन्हें या तो लगातार काम मिल रहा है या जो काम के सिलसिले में कहीं भी जाने को तैयार रहती हैं. समय आने दीजिये आप को भी पता चल जायेगा की ये निर्माता आखिर है कौन? अपनी तो ना किसी से दोस्ती ना किसी से बैर वाला रोल है. खबर थी, सो आप लोगों के साथ शेयर कर लिया. और हाँ ये खबर १०० प्रतिशत सच है ना. पैथोलाजी  लैब का प्रमाण-पत्र देख आया हूँ मैं. हे ईश्वर अब तू ही बचा हमारे लोगों को. ताकि वो तेरी आराधना में कमी ना करें. 

3 comments:

  1. Bahut rahasmay post hai.

    kaun ho sakta hai?

    bach ke rahana re baba-bach ke rahna re........

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  2. इस सनसनीखेज खुलासे के लिए धन्‍यवाद भाई.
    छालीवुड यदि इस समाचार से सीख ले तो कुछ बात बनें.


    ...... सबको सन्‍नमति दे भगवान

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  3. खबर सकते में डालने वाली है..

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